बुनियादी शिक्षण में केन्द्रस्थ और क्षेत्रस्थ समवाय की पारस्परिक प्रणाली

बुनियादी तालीम, अप्रेल 1961 में प्रकाशित श्री दयाल चंद्र सोनी का लेख   शिक्षक की समस्या सर्व विदित है कि बुनियादी शिक्षा का मौलिक तत्व समवाय है और विद्यार्थी के हस्तोद्योग तथा सामाजिक और भौतिक जीवन के द्वारा जो शिक्षा दी जाती है उसे समवाय शिक्षा कहा गया है। परन्तु एक शिक्षक को जब कुछ ...

प्रशिक्षण बाहर से मिलाने का नहीं, भीतर से खिलाने का काम है

”शिक्षण” के विषय में तो मैं यह मानता हूँ कि यह इस मानव जीवन में ठेठ से ही था, परन्‍तु, मुझे जहॉं तक जानकारी है शिक्षण में ”प्रशिक्षण” का जन्‍म इस नये युग में ही हुआ है। उदाहरण के लिए मैं जाति से स्‍वर्णकार हूँ। मेरे पिता एक बहुत उच्‍च कोटि के गारीगर स्‍वर्णकार थे। ...