बुनियादी शिक्षा का सर्वोदय दर्शन

–    दयाल चंद्र सोनी   शिक्षा का काम केवल तरकीब या पद्धति तक सीमित नहीं है। सच्ची शिक्षा के पीछे कुछ मान्यता, श्रद्धा, विश्वास, उद्देश्य, आदर्श अथवा दर्शन भी अवश्य रहता है। शिक्षा केवल इसी में ही सीमित नहीं है कि ज्ञान-विज्ञान का प्राचीन संचय नई पीढ़ी को हस्तांतरित कर दिया जाए। शिक्षा विकास की ...

“ई” से समाप्त होने वाली संज्ञाओं के बहुवचन में “ई” हो जाती है “इ”

(हिंदी व्याख्या – 1) दवाई, मिठाई, नदी, पहाड़ी, गली, घड़ी, हाज़िरी, जैसी “ई” से समाप्त होने वाली संज्ञाओं के बहुवचन में “ई” के बजाय “इ” काम में ली जानी चाहिये जो ऐसी संज्ञाओं को एक वचन और बहुवचन में बोलते समय तो स्वतः ही हो जाता है पर लिखते समय अक्सर भूल हो जाती है ...

भारत में हिंदी व अन्य भाषाएं जानने वाले लोगों की संख्या

सन् 2001 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या 102.7 करोड़ थी जिसमें हिंदीभाषियों की संख्या करीब 42 करोड़ (41.1%) थी।   विभिन्न भाषा भाषियों की स्थिति निम्न तालिका के अनुसार थी – भारत में विभिन्न भाषाएं जानने वालों की संख्या (2001 की जनगणना के अनुसार) श्रेणी भाषा बोलने वाले (करोड़ में) प्रतिशत 1 हिंदी ...